प्राचीन ज्योतिष शास्त्र से आपकी सिंह राशि

सिंह शब्द लतीनी भाषा के शब्द लियो से आया है। प्राचीन राशि चक्र के आधुनिक ज्योतिष राशिफल के पठ्न में, आप सिंह राशि वालों के लिए प्रेम, अच्छे भाग्य, स्वास्थ्य और अपने व्यक्तित्व पर गूढ़ ज्ञान प्राप्त करने के लिए इस कुंडली से सम्बन्धित सलाह का पालन करते हैं।

परन्तु क्या पूर्वजों ने सिंह को इसे इसी तरह से पढ़ा था?

मूल रूप से इसका क्या अर्थ था?

सावधान रहिए! इसका उत्तर देने से आपकी ज्योतिष विद्या अनपेक्षित तरीके से खुल जाएगी – आपको एक अलग ही यात्रा पर ले जाएगी, उस तुलना में जिसका आपने अपनी कुंडली की जाँच करते समय इरादा किया था…

हमने प्राचीन ज्योतिष विद्या की खोज की, और कन्या से कर्क राशि तक की प्राचीन कुंडली की जाँच करने के बाद, हम सिंह राशि के साथ आगे बढ़ते हैं।

तारों में सिंह नक्षत्र का ज्योतिष विज्ञान

सिंह राशि का निर्माण करने वाले तारा मण्डल अर्थात् नक्षत्र के इस नीचे दिए गए चित्र को देखें। क्या आप तारों में सिंह जैसा कुछ देख सकते हैं?

सिंह राशि के तारा मण्डल का चित्र। क्या आप एक शेर को देख सकते हैं?

यदि हम सिंह राशि के तारों को रेखाओं से जोड़ते हैं, तो सिंह को ‘देखना’ और भी अधिक कठिन हो जाता है।

रेखाओं से जुड़े हुए तारों के साथ सिंह राशि और इसे नाम दिया गया है  

यहाँ नीचे राष्ट्रीय भूगौलिक राशि चक्र का तारों वाला एक आरेख दिया गया है, जिसमें उत्तरी गोलार्ध में सिंह को दिखाया गया है।

राष्ट्रीय भूगौलिक राशि चक्र का तारों वाला आरेख जिसमें सिंह पर गोला लगाया हुआ है

सबसे पहले लोगों ने इस आरेख से सिंह के चित्र को कैसे निकाला? परन्तु यह चिन्ह मानव इतिहास को हम जहाँ तक जानते हैं, उसमें सिंह राशि का यह चिन्ह वहाँ तक वापस चला जाता है।

यह तारा नक्षत्र के भीतर अपने आप नहीं पाया जाता है। बल्कि सबसे पहले सिंह का विचार आया। आरम्भिक ज्योतिषियों ने इस विचार को एक संकेत के रूप में तारों पर गढ़ दिया। हमारे पूर्वज अपने बच्चों को सिंह राशि की ओर इशारा कर सकते थे और उन्हें सिंह से जुड़ी कहानी बता सकते थे।

क्यों? हमारे पूर्वजों के लिए इसका क्या अर्थ था?

राशि चक्र में सिंह राशि

यहाँ नीचे सिंह से संबंधित कुछ सामान्य ज्योतिषीय चित्र दिए गए हैं।

तारों में सिंह
सिंह कूदने के लिए तैयार है

प्राचीन मिस्र के डेंडेरा मन्दिर में राशि चक्र में सिंह राशि पर लाल रंग से लगाए हुए गोले का अवलोकन करें

मिस्र के प्राचीन डेंडेरा राशि चक्र में सिंह

प्राचीन कहानी में सिंह

हमने देखा कि बाइबल कहती है कि सृष्टिकर्ता परमेश्वर ने तारा मण्डलों को बनाया। उसने 12 नक्षत्रों के माध्यम से अपनी कहानी को बताने के लिए राशि चित्र तैयार किए। आरम्भिक मनुष्यों ने उन्हें अपने वंशजों को इस योजना के बारे में निर्देश देने की शिक्षा दी।

सिंह कहानी का समापन करता है। यदि आप आधुनिक कुंडली भावार्थ में सिंह ‘नहीं’ हैं, तौभी मिथुन राशि की ज्योतिषीय कहानी जानना लाभदायी है।

सिंह का प्राचीन अर्थ

पुराने नियम में, याकूब ने यहूदा के गोत्र की यह भविष्यद्वाणी दी थी

9 यहूदा सिंह का बच्‍चा है। हे मेरे पुत्र, तू अहेर करके गुफ़ा में गया है: वह सिंह अथवा सिंहनी के समान दबकर बैठ गया;

उत्पत्ति 49:9-10

फिर कौन उसको छेड़ेगा। 10जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य राज्य के लोग उसके अधीन हो जाएँगे।

याकूब ने घोषणा की कि एक शासक आएगा, यह ‘वह’ है, जिसे सिंह के रूप में चित्रित किया गया है। उसके शासन में ‘राज्य-राज्य’ के लोग शामिल होंगे और वह इस्राएल के यहूदा के गोत्र से आएगा। यीशु, मसीह के रूप में अभिषिक्त, यहूदा के गोत्र से आया था। परन्तु उसने शासक के ‘राजदण्ड’ को नहीं उठाया। उसने उसे अपने अगले आगमन के लिए बचा लिया है, जब वह आकर एक सिंह की तरह शासन करेगा। यह वही है, जिसे सिंह राशि ने प्राचीन काल से चित्रित किया था।

सिंह द्वारा भविष्य का खुलासा करना

इस आगमन को देखते हुए, लेखक में सिंह द्वारा पवित्र कुण्डल पत्र को खोलने वाले के रूप में वर्णित किया है।

1जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी जो भीतर और बाहर लिखी हुई थी, और वह सात मुहर लगाकर बन्द की गई थी । 2फिर मैं ने एक बलवन्त स्वर्गदूत को देखा जो ऊँचे शब्द से यह प्रचार करता था, “इस पुस्तक के खोलने और उसकी मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है?” 3परन्तु न स्वर्ग में, न पृथ्वी पर, न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्तक को खोलने या उस पर दृष्‍टि डालने के योग्य निकला। 4तब मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने या उस पर दृष्‍टि डालने के योग्य कोई न मिला। 5इस पर उन प्राचीनों में से एक ने मुझ से कहा, “मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह जो दाऊद का मूल है, उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिये जयवन्त हुआ है।”

प्रकाशितवाक्य 5:1-5

सिंह ने अपने पहले आगमन पर अपने शत्रु पर विजय प्राप्त की और इसलिए अब उन मुहरों को खोलने में सक्षम है, जो अन्त के समय के लिए दी गई हैं। हम इसे प्राचीन राशि चक्र में अपने शत्रु हाइड्रा जलसर्प के ऊपर सिंह को ध्यान में रखते हुए देखते हैं।

डेंडेरा के प्राचीन मन्दिर में सिंह सर्प को रौंदता हुआ
मध्यकालीन चित्रकला में हाइड्रा सर्प पर सिंह कूद रहा है
नक्षत्रों का आरेख। सिंह सर्प का सिर पकड़ने पर है

राशि चक्र कहानी का निष्कर्ष

सर्प के साथ सिंह के संघर्ष के पीछे मंशा मात्र उसे हराने की नहीं थी, बल्कि शासन करने की थी। लेखन चित्र इन शब्दों के साथ सिंह के शासन को चित्रित करते हैं।

1फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहला आकाश और पहली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा। 2फिर मैं ने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्‍वर के पास से उतरते देखा। वह उस दुल्हिन के समान थी जो अपने पति के लिये सिंगार किए हो। 3फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊँचे शब्द से यह कहते हुए सुना, “देख, परमेश्‍वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है। वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्‍वर आप उनके साथ रहेगा और उनका परमेश्‍वर होगा। 4वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा; और इसके बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहली बातें जाती रहीं ।” 5जो सिंहासन पर बैठा था, उसने कहा, “देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूँ।” फिर उसने कहा, “लिख ले, क्योंकि ये वचन विश्‍वास के योग्य और सत्य हैं।” 6फिर उसने मुझ से कहा, “ये बातें पूरी हो गई हैं। मैं अल्फा और ओमेगा, आदि और अन्त हूँ। मैं प्यासे को जीवन के जल के सोते में से सेंतमेंत पिलाऊँगा। 7जो जय पाए वही इन वस्तुओं का वारिस होगा, और मैं उसका परमेश्‍वर होऊँगा और वह मेरा पुत्र होगा।

प्रकाशितवाक्य 21:1-7

22मैं ने उसमें कोई मन्दिर न देखा, क्योंकि सर्वशक्‍तिमान प्रभु परमेश्‍वर और मेम्ना उसका मन्दिर है। 23उस नगर में सूर्य और चाँद के उजियाले की आवश्यकता नहीं, क्योंकि परमेश्‍वर के तेज से उस में उजियाला हो रहा है, और मेम्ना उसका दीपक है। 24जाति-जाति के लोग उसकी ज्योति में चले-फिरेंगे, और पृथ्वी के राजा अपने अपने तेज का सामान उसमें लाएँगे। 25उसके फाटक दिन को कभी बन्द न होंगे, और रात वहाँ न होगी। 26लोग जाति जाति के तेज और वैभव का सामान उसमें लाएँगे। 27परन्तु उसमें कोई अपवित्र वस्तु, या घृणित काम करनेवाला, या झूठ का गढ़नेवाला किसी रीति से प्रवेश न करेगा, पर केवल वे लोग जिनके नाम मेम्ने के जीवन की पुस्तक में लिखे हैं।

प्रकाशितवाक्य 21:22-27

राशि चिन्हों का पूर्ण होना

इस दर्शन में, हम प्राचीन राशि चक्र की कहानी के पूर्ण होने और पूर्णता को देखते हैं। हम दुल्हन और उसके पति को; परमेश्वर और उसकी सन्तान को – मिथुन राशि में दो तरफा चित्र को देखते हैं। हम जल की नदी को देखते हैं – जिसकी प्रतिज्ञा कुंभ राशि में की गई थी। मृत्यु की पुराना व्यवस्था – मीन राशि के चारों ओर मिलने वाले छल्लों द्वारा चित्रित की गई – अब नहीं मिलती है। मेम्ना वहाँ पर है – जो मेष राशि में चित्रित किया गया है, और साथ ही पुनर्जीवित लोग हैं – जिन्हें कर्क राशि के साथ चित्रित किया गया है – जो अब उसके साथ रहते हैं। तुला राशि का तराजू अब संतुलित हैं क्योंकि ‘कोई भी अपवित्र वस्तु’ अब इसमें प्रवेश नहीं करेगी। हम वहाँ सभी राष्ट्रों के राजाओं को भी देखते हैं, जो राजाओं के राजा और प्रभुओं के प्रभु – मसीह के अधिकार के अधीन शासन करते हैं, – जिसका आरम्भ कन्या के बीज के रूप में हुआ था, और अंत में वह सिंह के रूप में प्रकट हुआ।

राशि चक्र कहानी में फिरौती की आवश्यकता

परन्तु सिंह ने शुरू में ही सर्प शैतान को नाश क्यों नहीं किया? राशि चक्र के सभी अध्यायों को क्यों पढ़ा जाना चाहिए? जब यीशु ने अपने विरोधी वृश्चिक का सामना किया तो उसने उस घड़ी को निम्नलिखित बात से चिह्नित किया

अब इस संसार का न्याय होता है, अब इस संसार का सरदार निकाल दिया जाएगा।

यूहन्ना 12:31

इस संसार का सरदार, शैतान, हमारा उपयोग मानवीय ढाल के रूप में कर रहा था। जब एक शक्तिशाली सैन्य बल के साथ सामना किया जाता है तो आतंकवादी अक्सर सामान्य लोगों के पीछे छिप जाते हैं। यह पुलिस के लिए एक दुविधा पैदा करता है, क्योंकि वे आतंकवादियों को बाहर निकालते समय सामान्य लोगों को मार सकते हैं। जब शैतान आदम को लुभाने में सफल हुआ तो उसने उसे अपने लिए एक मानवीय ढाल बना लिया। शैतान जानता था कि सृष्टिकर्ता पूर्ण रूप से न्यायी है और यदि उसने पाप को दण्ड दिया तो, अपने न्याय में धर्मी होने के कारण, उसे सभी पापों का न्याय करना होगा। यदि परमेश्वर ने शैतान को नष्ट कर दिया, तो शैतान (जिसका अर्थ दोष लगाने वाला है) हम पर केवल हमारे अपने गलत कामों का ही दोष लगा सकता है, जो हमें उसके साथ नष्ट होने के लिए मज़बूर कर देता है। इसे दूसरे तरीके से ऐसे देखा जाएगा, कि हमारी अवज्ञा ने हमें शैतान के कानूनी नियंत्रण में ला दिया। यदि परमेश्वर उसे नष्ट कर देता है तो उसे हमें भी नष्ट करना होगा क्योंकि शैतान ने हमें ईश्वरीय शासन की अवज्ञा करने में पकड़ लिया था।

इसलिए हमें शैतान की इस माँग से छुड़ाने के लिए छुड़ौती की ज़रूरत थी जिससे कि उसे जो दण्ड दिया जाए वह भी हम पर ही आना चाहिए है। पाप से छुड़ाने के लिए हमें किसी की आवश्यकता थी। सुसमाचार इसे इस तरह समझाता है:

1उसने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे 2जिनमें तुम पहले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात् उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न माननेवालों में कार्य करता है। 3इनमें हम भी सब के सब पहले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर और मन की इच्छाएँ पूरी करते थे, और अन्य लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे।

इफिसियों 2:1-3

क्रूस पर प्राप्त की गई फिरौती

मकर राशि में चित्रित अपने बलिदान में यीशु ने उस क्रोध को अपने ऊपर ले लिया। उसने फिरौती की कीमत अदा कर दी ताकि हम मुक्त हो सकें

4परन्तु परमेश्‍वर ने जो दया का धनी है, अपने उस बड़े प्रेम के कारण जिस से उसने हम से प्रेम किया, 5जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे तो हमें मसीह के साथ जिलाया (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है), 6और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया 7कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आनेवाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए। 8क्योंकि विश्‍वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है; और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन् परमेश्‍वर का दान है, 9और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे।

इफिसियों 2:4-9

परमेश्वर की मंशा लोगों के लिए न्याय की नहीं थी। उसने इसे शैतान, उसके विरोधी (इब्लीस का अर्थ ‘शत्रु’) के लिए तैयार किया था। परन्तु अगर उसने अपने विद्रोह के लिए शैतान को नष्ट कर दिया तो उसे दूसरों के लिए भी ऐसा ही करना चाहिए।

“तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, ‘हे शापित लोगो, मेरे सामने से उस अनन्त आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है।

मत्ती 25:41

यही कारण है कि यीशु ने क्रूस पर एक महान विजय प्राप्त की। उसने हमें उस कानूनी अधिकार से मुक्त किया जो हम पर शैतान का था। वह अब हम पर प्रहार किए बिना भी शैतान पर प्रहार कर सकता है। परन्तु हमें शैतान के प्रभुत्व से बच निकालने का चुनाव करना चाहिए। सिंह वर्तमान में सर्प को कुचलने से पीछे हट रहा है ताकि लोग आने वाले न्याय से बच सकें।

प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कुछ लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता कि कोई नष्‍ट हो, वरन् यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।

2 पतरस 3:9

यही कारण है कि हम आज भी स्वयं को धनु राशि में चित्रित शैतान के विरूद्ध अंतिम आक्रमण की प्रतीक्षा कर रहे हैं, और अभी भी वृष में चित्रित अंतिम न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। परन्तु लेख हमें चेतावनी देता है।

परन्तु प्रभु का दिन चोर के समान आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ी हड़हड़ाहट के शब्द से जाता रहेगा और तत्व बहुत ही तप्‍त होकर पिघल जाएँगे और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाएँगे।

2 पतरस 3:10

सिंह राशिफल

राशिफल यूनानी भाषा के शब्द ‘होरो’ (घड़ी) से आया है और इस कारण यह विशेष घड़ी के अर्थ को देता है। यीशु ने विवाह के भोज की अपनी कहानी में मिथुन की घड़ी (होरो) को चिन्हित किया है।

समय को पहिचान कर ऐसा ही करो, इसलिये कि अब तुम्हारे लिये नींद से जाग उठने की घड़ी आ पहुँची है; क्योंकि जिस समय हम ने विश्‍वास किया था, उस समय के विचार से अब हमारा उद्धार निकट है।

रोमियों 13:11

यह घोषणा करता है कि हम उन लोगों की तरह हैं, जो जलती हुई इमारत में सो रहे हैं। हमें जागने की जरूरत है! इस घड़ी (होरो) पर।

क्यों?

क्‍योंकि जब दहाड़ता हुआ सिंह आएगा, तो वह उस प्राचीन सर्प को और उन सभों को मार डालेगा, जो उसके कानूनी अधिकार में हैं। उसके मुँह पर हमें विनाश देखने को मिलेगा।

आपके द्वारा सिंह राशि को पढ़ना

आज के दिनों में आप सिंह राशिफल को पढ़कर निम्न प्रकार से इसे अपने जीवन में लागू कर सकते हैं।

सिंह राशि आपको बताती है कि हाँ, ठट्ठा करने वाले ऐसे लोग आएँगे कि सब कुछ को ठट्ठे में उड़ाएंगे और अपनी बुरी इच्छाओं के पीछे चलेंगे। वे कहेंगे, “उस प्रतिज्ञा किए हुए का ‘आना’ कहा है? जब से हमारे पूर्वजों की मृत्यु हुई है, सृष्टि के आरम्भ से ही सब कुछ वैसा ही चलता रहा जैसा कि पहले होता आया है।” परन्तु वे जानबूझ कर यह भूल जाते हैं कि परमेश्वर इस संसार की हर चीज़ का न्याय करेगा और उसे नष्ट कर देगा।

चूँकि इस तरह से सब कुछ नष्ट हो जाएगा, तो आपको किस तरह का व्यक्ति होना चाहिए?

आपको पवित्र और भक्तिपूर्ण जीवन यापन करना चाहिए क्योंकि आप परमेश्वर के दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं और इसका आगमन तेजी से निकट आ रहा है। उस दिन आग से आकाश का नाश होगा, और चीजें गर्मी में पिघल जाएँगी। परन्तु उसकी प्रतिज्ञा के अनुसार आपको एक नए स्वर्ग और नई पृथ्वी की बाट जोहने की आवश्यकता है, जहाँ धार्मिकता वास करती है। इसलिए जबकि आप इसके आगमन की ओर आशा लगाए हुए हैं, तो उसके लिए बेदाग, निर्दोष और शांति से बाट जोहने का हर संभव प्रयास करें। ध्यान रखें कि हमारे प्रभु के धैर्य का अर्थ आपके और आपके आस-पास के लोगों के लिए उद्धार है। क्योंकि आपको सचेत किया गया है, आप पहले से ही इन बातों को जानकर चौकस रहें, ताकि अधर्मियों के भ्रम में फँसकर अपनी स्थिरता को कहीं हाथ से खो न दें।

प्राचीन ज्योतिष विज्ञान की मुख्य बातों को यहाँ से जानें। इसकी शुरुआत को कन्या राशि से आरम्भ कीजिए।

सिंह का गहन अध्ययन करना

सिंह राशि से सम्बन्धित लिखित रचनाओं को गहराई से समझने के लिए यहाँ पढ़ें:

• जीवन के वरदान को समझना और प्राप्त करना

• पुरुषा का बलिदान

• मोक्ष प्राप्त करना, कर्मों से मुक्ति

• मोक्ष प्राप्त करने के लिए अब्राहम का सरल तरीका

• आने वाले महान राजा का नाम पहले से ही रखा जाना

•  ‘सात’ के चक्र में – आने वाला मसीह