प्राचीन ज्योतिष शास्त्र से आपकी मीन राशि

मीन, या मछली, प्राचीन राशि चक्र की कहानी का सातवाँ अध्याय है, यह राशि चक्र इकाई का हिस्सा होते हुए हमारे लिए आने वाले व्यक्ति की जय के परिणामों को प्रकट करता है। मीन एक लंबी पट्टी द्वारा एक साथ बंधी हुई दो मछलियों के चित्र को बनाता है। इस प्राचीन राशि चक्र के आज के पठ्न में, आप अपनी कुंडली से सम्बन्धित अपने व्यक्तित्व के लिए प्रेम, सौभाग्य, धन, स्वास्थ्य और गूढ़ ज्ञान प्राप्त करने के लिए मीन राशि के लिए राशिफल का अनुसरण करते हैं।

परन्तु हमारे पूर्वजों के लिए इसका क्या अर्थ था?

एक लंबी पट्टी से जुड़ी दो मछलियों का चित्र कहाँ से आया?

सावधान रहिए! इसका उत्तर देने से आपकी ज्योतिष विद्या अनपेक्षित तरीके से खुल जाएगी – आपको एक अलग ही यात्रा पर ले जाएगी, उस तुलना में जिसका आपने अपनी कुंडली की जाँच करते समय इरादा किया था…

मने प्राचीन ज्योतिष विज्ञान की खोज की, और कन्या से कुंभ राशि तक की प्राचीन कुंडली की जाँच करने के बाद, हम मीन राशि के साथ आगे बढ़ते हैं। तारों के इस प्राचीन ज्योतिष विज्ञान में प्रत्येक अध्याय सभी लोगों के लिए है। इसलिए भले ही आप कुंडली के आधुनिक अर्थ में मीन राशि से सम्बन्धित ‘नहीं’ हैं, तथापि मीन राशि के तारों में प्राचीन कहानी को जानना लाभ की बात है।

तारों में मीन नक्षत्र का ज्योतिष विज्ञान

यहाँ मीन या मछली के चित्र को बनाने वाले तारे दिखाए गए हैं। क्या आप इस चित्र में एक लंबी पट्टी द्वारा एक साथ थामी हुई दो मछलियों जैसी कोई चीज़ देख सकते हैं?

 मीन राशि के तारा नक्षत्र का चित्र।

यहाँ तक कि मीन राशि के तारों को रेखाओं से जोड़ने पर भी मछलियाँ स्पष्ट नहीं होती हैं। आरम्भिक ज्योतिषियों ने इन तारों के सम्बन्ध में दो मछलियों के बारे में कैसे सोचा?

मीन राशि का नक्षत्र मण्डल रेखाओं से जुड़े हुए तारों के साथ

परन्तु यह चिन्ह मानव इतिहास को हम जहाँ तक जानते हैं, उसमें मीन राशि का यह चिन्ह वहाँ तक वापस चला जाता है। यहाँ 2000 साल से अधिक पुराने मिस्र के डेंडेरा मन्दिर में मिलने वाला राशि चित्र दिया गया है, जिसमें दो मीन मछलियों को लाल रंग से गोला लगाया हुआ हैं। आप दाईं ओर दिए गए चित्र में भी देख सकते हैं कि कैसे पट्टी उन्हें एक साथ आपस में बांधती है।

 डेंडेरा मन्दिर में पाए जाने वाली प्रचीन मिस्र की मीन राशि

नीचे मीन राशि की एक पारंपरिक चित्र दिया गया है, जिसे ज्योतिष विज्ञान ने बहुत पहले से उपयोग किया है, जैसा कि हम जानते हैं।

मीन राशि का ज्योतिष विज्ञान सम्बन्धी चित्र

दो मछलियों का क्या अर्थ है?

और पट्ठी ने उनकी दो पूंछों को क्यों बांधा हुआ है?

आपके और मेरे लिए इसका क्या महत्व है?

मीन राशि का मूल अर्थ

मकर ने हमें दिखाया कि मछली की पूँछ को बकरी के मरते हुए सिर से जीवन दान मिला था। कुंभ राशि ने दिखाया कि मछली – दक्षिणी मछली के ऊपर पानी उण्डेला जाता है। मछली उन बहुसंख्यक लोगों का प्रतिनिधित्व करती थी जो जीवित जल को प्राप्त करेंगे। जब परमेश्वर ने उससे वादा किया तो श्री अब्राहम ने इसे पहले से ही देख लिया था।

जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा; और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा; और भूमण्डल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे।

उत्पत्ति 12:3

और पृथ्वी की सारी जातियाँ अपने को तेरे वंश के कारण धन्य मानेंगी: क्योंकि तू ने मेरी बात मानी है।

उत्पत्ति 22:18

आने वाले एक व्यक्ति के माध्यम से दो समूहों में अलग-अलग लोगों को छुटकारा दिया गया

उसी ने मुझ से यह भी कहा है, “यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे; मैं तुझे जाति–जाति के लिये ज्योति ठहराऊँगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए।”

यशायाह 49:6

यशायाह ने ‘याकूब के गोत्रों’ (अर्थात् यहूदियों) के साथ-साथ ‘जाति-जाति’ अर्थात् अन्यजातियों के बारे में लिखा। ये हैं मीन राशि की दो मछलियाँ हैं। जब यीशु ने अपने चेलों को बुलाया तो उसने उनसे कहा कि

यीशु ने उन से कहा, “मेरे पीछे चले आओ, तो मैं तुम को मनुष्यों के पकड़नेवाले बनाऊँगा।”

मत्ती 4:19

यीशु के पहले अनुयायियों ने मछली के प्रतीक का उपयोग यह दिखाने के लिए किया कि वे उससे सम्बन्धित हैं। यहाँ प्राचीन कब्र का चित्र दिया गया है।

प्राचीन कब्र पर यूनानी अक्षरों के साथ मछली का प्रतीक चिन्ह
प्राचीन रोमी कब्रों पर मछली का प्रतीक चिन्ह
चट्टान में उकेरी गई दो मछलियाँ

मीन राशि की दो मछलियाँ यह दिखाती हैं कि याकूब के गोत्र और यीशु का अनुसरण करने वाले अन्य जातियों के लोगों को उनके द्वारा समान जीवन दिया गया है। पट्टी भी दो मछलियों को समान रूप से कस कर रखती है।

पट्टी- आपस में बाँधे रखने वाली वाली रस्सी

मीन राशि में पट्टी, दोनों मछलियों को एक साथ बांधती है। पट्टी ने दो मछलियों को थामा हुआ है। परन्तु हम देखते हैं कि मेष राशि का मेढ़ा अर्थात् मेम्ना पट्टी की ओर बढ़ रहा है। यह उस दिन की बात करता है जब मेष राशि द्वारा मछलियों को छुड़ा लिया जाएगा।

मीन राशि के साथ मेष राशि। पट्टी को तोड़ने के लिए मेष राशि का खुर आगे आ रहा है

यही आज यीशु के सभी अनुयायियों का अनुभव है। बाइबल दु:ख, पतन और मृत्यु के हमारे वर्तमान बंधन का वर्णन करती है। परन्तु अभी भी आशा में हम इस बंधन (इसे पट्टी में मीन राशि द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया है) से छुटकारे के दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

18क्योंकि मैं समझता हूँ कि इस समय के दु:ख और क्लेश उस महिमा के सामने, जो हम पर प्रगट होनेवाली है, कुछ भी नहीं हैं। 19क्योंकि सृष्‍टि बड़ी आशाभरी दृष्‍टि से परमेश्‍वर के पुत्रों के प्रगट होने की बाट जोह रही है। 20क्योंकि सृष्‍टि अपनी इच्छा से नहीं पर अधीन करनेवाले की ओर से, व्यर्थता के अधीन इस आशा से की गई 21कि सृष्‍टि भी आप ही विनाश के दासत्व से छुटकारा पाकर, परमेश्‍वर की सन्तानों की महिमा की स्वतंत्रता प्राप्‍त करेगी। 22क्योंकि हम जानते हैं कि सारी सृष्‍टि अब तक मिलकर कराहती और पीड़ाओं में पड़ी तड़पती है; 23और केवल वही नहीं पर हम भी जिनके पास आत्मा का पहला फल है, आप ही अपने में कराहते हैं; और लेपालक होने की, अर्थात् अपनी देह के छुटकारे की बाट जोहते हैं। 24इस आशा के द्वारा हमारा उद्धार हुआ है; परन्तु जिस वस्तु की आशा की जाती है, जब वह देखने में आए तो फिर आशा कहाँ रही? क्योंकि जिस वस्तु को कोई देख रहा है उसकी आशा क्या करेगा? 25परन्तु जिस वस्तु को हम नहीं देखते, यदि उसकी आशा रखते हैं, तो धीरज से उसकी बाट जोहते भी हैं।

रोमियों 8:18-25

हम मृत्यु से अपने शरीर के छुटकारे की प्रतीक्षा करते हैं। जैसा कि यह आगे बताता है कि

50हे भाइयो, मैं यह कहता हूँ कि मांस और लहू परमेश्‍वर के राज्य के अधिकारी नहीं हो सकते, और न नाशवान् अविनाशी का अधिकारी हो सकता है। 51देखो, मैं तुम से भेद की बात कहता हूँ : हम सब नहीं सोएँगे, परन्तु सब बदल जाएँगे, 52और यह क्षण भर में, पलक मारते ही अन्तिम तुरही फूँकते ही होगा। क्योंकि तुरही फूँकी जाएगी और मुर्दे अविनाशी दशा में उठाए जाएँगे, और हम बदल जाएँगे। 53क्योंकि अवश्य है कि यह नाशवान् देह अविनाश को पहिन ले, और यह मरनहार देह अमरता को पहिन ले। 54और जब यह नाशवान् अविनाश को पहिन लेगा, और यह मरनहार अमरता को पहिन लेगा, तब वह वचन जो लिखा है पूरा हो जाएगा : “जय ने मृत्यु को निगल लिया। 55हे मृत्यु, तेरी जय कहाँ रही? हे मृत्यु, तेरा डंक कहाँ रहा?” 56मृत्यु का डंक पाप है, और पाप का बल व्यवस्था है। 57परन्तु परमेश्‍वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है।

1 कुरिन्थियों 15:50-57

मीन राशि की मछलियों के चारों ओर की पट्टी हमारी वर्तमान स्थिति को दर्शाती है। परन्तु हम मेष राशि के आने का बेसब्री से इंतजार करते हैं ताकि वह हमें छुटकारा दे सके। मृत्यु के बंधन से मुक्ति उन सभी को मिलेगी जो मीन राशि में हैं। मीन राशि के चिन्ह ने घोषणा की कि न केवल यीशु की जय हमें जीवित जल प्रदान करेगी, बल्कि यह भी कि हमारे वर्तमान बंधन से होने वाले पतन, संकट और मृत्यु से छुटकारा होने का दिन आ रहा है।

मीन राशिफल

चूंकि राशिफल यूनानी भाषा के शब्द ‘होरो’ (घड़ी) से आया है और भविष्यद्वाणियों के लेख हमारे लिए महत्वपूर्ण घड़ियों को चिह्नित करती हैं, इसलिए हम मीन से सम्बन्धित ‘घड़ी’ पर ध्यान देते हैं। पानी में जीवित मछलियाँ, परन्तु फिर भी पट्टी से बंधी हुई मीन राशि का ज्योतिष विज्ञान के बारे में बात करती हैं। सच्चा जीवन परन्तु यह पूर्ण स्वतंत्रता को पाने प्रतीक्षा में है।

2वे तुम्हें आराधनालयों में से निकाल देंगे, वरन् वह समय आता है, कि जो कोई तुम्हें मार डालेगा वह समझेगा कि मैं परमेश्‍वर की सेवा करता हूँ। 3ऐसा वे इसलिये करेंगे कि उन्होंने न पिता को जाना है और न मुझे जानते हैं। 4परन्तु ये बातें मैं ने इसलिये तुम से कहीं, कि जब इनका समय आए तो तुम्हें स्मरण आ जाए कि मैं ने तुम से पहले ही कह दिया था।

यूहन्ना 16:2-4

11“जब लोग तुम्हें सभाओं और हाकिमों और अधिकारियों के सामने ले जाएँ, तो चिन्ता न करना कि हम किस रीति से या क्या उत्तर दें, या क्या कहें। 12क्योंकि पवित्र आत्मा उसी घड़ी तुम्हें सिखा देगा कि क्या कहना चाहिए।”

लूका 12:11-12

हम कुंभ राशि की घड़ी अर्थात् समय में रहते हैं और मीन राशि की घड़ी अर्थात् समय में भी। मछलियों में जीवन लाने के लिए कुंभ जल (परमेश्वर की आत्मा) को लाया। परन्तु हम केवल राशि चक्र की कहानी के बीच में हैं और अंतिम राशि धनु की जीत अभी भी भविष्य में है। अब हम इस घड़ी में परेशानी, कठिनाई, सताव और शारीरिक मृत्यु का सामना कर रहे हैं, जिसकी यीशु ने पहले से ही चेतावनी दे दी थी। मछली को थामे रखने वाली पट्टी असली हैं। परन्तु हम अभी भी जीवित जल का स्वाद लेते हैं, जबकि अस्थायी रूप से पट्टी अर्थात् बंधन द्वारा बँधे हुए हैं। पवित्र आत्मा हमारे भीतर वास करता है, हमें सिखाता है और हमारा मार्गदर्शन करता है – यहाँ तक कि मृत्यु के सामने भी। मीन राशि के घड़ी अर्थात् समय में आपका स्वागत है।

आपकी मीन राशि को पढ़ना

आप और मैं आज के मीन राशिफल को निम्नलिखित बातों के साथ लागू कर सकते हैं।

मीन राशिफल घोषित करता है कि राज्य में प्रवेश करने के लिए आपको कई कठिनाइयों से गुजरना होगा। असल में उस राज्य की ओर आपकी यात्रा के कुछ सामान्य लक्षण मुसीबतें, कठिनाइयाँ, संकट और यहाँ तक कि मृत्यु भी है। इन सब से आपकी आशा ने टूटे। यह वास्तव में आपके लाभ के लिए हैं क्योंकि यह आप में तीन गुणों: विश्वास, आशा और प्रेम को विकसित कर सकता है। यदि आप हिम्मत नहीं हारते हैं – तो मीन राशि की पट्टियाँ आप में ऐसा कर सकती हैं। यद्यपि बाहरी तौर से आप नाश हो रहे हैं, फिर भी भीतर से आप दिन-प्रति-दिन नए होते जा रहे हैं। इसका कारण यह है कि आपके पास आत्मा का पहिला फल है। इसलिए जब आप अपने शरीर के छुटकारे के लिए बेसब्री से प्रतीक्षा करते हुए भीतर से कराहते हैं, तो जान लें कि ये वास्तविक समस्याएँ आपके भले के लिए काम कर रही हैं, क्योंकि वे आपको राजा और उसके राज्य के प्रति अनुकूल बनाती हैं।

इस सत्य के साथ आगे बढ़ते रहें: क्योंकि राजा ने यीशु मसीह के मरे हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये, और एक अविनाशी, और निर्मल, और अजर मीरास के लिये नया जन्म दिया। यह मीरास आपके लिये स्वर्ग में रखी हुई है; जिनकी रक्षा परमेश्‍वर की सामर्थ्य से विश्‍वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है। इस कारण आप मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अभी कुछ दिन के लिये नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण दु:ख में हो। ये आपके विश्वास की सच्चाई को प्रमाणित करते हैं – जो आग से ताए हुए नाशवान् सोने से भी कहीं अधिक बहुमूल्य है। वे राजा के आगमन पर प्रशंसा, महिमा और आदर का कारण ठहरे।

मीन राशि और राशिफल से सम्बन्धित बातों को गहराई से समझने के लिए यहाँ पढ़ें:

यह मुक्ति कैसे प्रकट होती है, हम इसे मेष राशि में देखते हैं। प्राचीन ज्योतिष विज्ञान की मुख्य बातों को यहाँ से जानें। इसकी शुरुआत को कन्या राशि से आरम्भ कीजिए।

मीन राशि से सम्बन्धित आगे के लेख भी पढ़ें:

• पुनरुत्थान: नए जीवन का पहला फल

• यीशु चँगा करता है: बंधन और छुटकारे का पूर्व स्वाद

• शरीर में ओम: छिपी हुई सामर्थ्य प्रकट हुई

• जीवन के वरदान को समझना और प्राप्त करना

• रामायण से बेहतर एक प्रेम कहानी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *